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brahmananuj
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Submitted Poems 7 total
बचपन की सुनहरी याद ( अनुज की कलम )मैं बचपन से जवानी को देखा करता था | 4 Views added 1 year ago | Rating |
बेवफा मोहब्बत ( अनुज की कलम )याद मुझे तुम अब भी आती हो, भले ही तुम छोड़ गई। | 5 Views added 1 year ago | Rating |
तुम्हारे जाने के बाद ( अनुज ओझा की कलम से )मुझे भी नहीं मालूम दिन कैसे बिताए तुम्हारे जाने के बाद , | 1 View added 2 years ago | Rating |
हे राम तुम कब आओगे ( अनुज ओझा की कलम से )राम तुम्हारे मन मंदिर का मुझे बनाओ पुजारी रे , तन मन सब कर दूं अर्पण बना केवट अधिकारी रे। | 6 Views added 2 years ago | Rating |
मेरा प्यार ( अनुज ओझा की कलम से )ना जाने ये कैसे और क्या हो गया..? | 5 Views added 2 years ago | Rating |
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